अमेजन जैसी शॉपिंग वेबसाइट जहां तमाम जरूरत का सामान मिलता है, वहां से खुलेआम नशा बेचने का यह काम जारी है, जिसकी एवज में अमेजन का इस धंधे से होने वाली कमाई का बड़ा हिस्सा यानी कमीशन जाता है. इसके कार्यकारी प्रबंधकों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मध्यप्रदेश के भिंड जिले के थाना गोहद चौराहा में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने अमेजन बॉक्स और टेप समेत इस बॉक्स में रखा 21 किलो 734 ग्राम गांजा मादक पदार्थ जब्त कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि इस मामले में अमेजन ऑनलाइन के कार्यकारी प्रबंधकों की भूमिका के मद्देनजर जांच की जा रही है. ऐसी आशंका है कि इन्होंने देश भर में मादक पदार्थों की सप्लाई का नेटवर्क बना रखा है.
पुलिस इस मामले की जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर कई शहरों और लोगों तक पहुंच रही है. भिंड जिले के गोहद के इस मामले के तार दूर-दूर तक फैले हुए हैं. मध्यप्रदेश पुलिस ने विशाखापट्टनम पुलिस और इनफोर्समेंट ब्यूरो से भी संपर्क साधा है. इसआधार पर गांजा डिलेवर करने वाले श्रीनिवास राव उर्फ वासू, अमेजन का पिकअप बॉय जीरू कुमार स्वामी, अमेजन का पिकअप बॉय बीज्जम कृष्णम राजू, अमेजन ऑनलाइन का वैन ड्राइवर चीपूरूपल्ली वेकटेंश राव को 48 किलो गांजा इलेक्ट्रानिक मशीन, अमेजन के सेलोटेप के साथ गिरफ्तार किया गया है. एक आरोपी के फरार होने की सूचना है.
अमेजन से भी पुलिस ने मांगी जानकारी
पुलिस ने बताया कि अमेजन से पुलिस जानकारी हासिल कर रही है. वहीं आरोपी सूरज पवैया के खाता में 47 लाख रुपए का लेनदेन होना पाया गया है. पुलिस कई तथ्यों को जुटा रही है. इसमें बाबू टेक्स और अन्य 6 कंपनियों का पता चला है. ये अपने खरीदारों को ड्राय लीव्स 2 किग्रा नाम के प्रोडक्ट के जरिए नशे के ऑर्डर लिया करतीं थीं.
देश भर में अमेजन का विरोध
यह मामला दो राज्यों के साथ ही एक मल्टीनेशनल कंपनी के साथ जुड़ा होने के कारण खासा तूल पकड़ चुका है. हाल में, कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने देश के 500 से अधिक ज़िलों के 1200 से अधिक शहरों में अमेज़न के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. व्यापारियों ने आरोप लगाया कि अमेज़न अपने पोर्टल के ज़रिये अवैध गांजा बिक्री को प्रमोट कर रही है. अमेज़न की इस तरह की प्रैक्टिस से देश के ई-कॉमर्स व्यापार के दूषित हो जाने की बात भी कन्फेडरेशन ने कही.
पुलिस वाले तरीके से अमेजन वालों को लाया जाए : गृह मंत्री
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में ऑनलाइन ज़हर बिक्री और भिंड में दर्ज मामले के मद्देनज़र ताज़ा बयान जारी करते हुए कहा कि मप्र पुलिस से कहा गया है कि अमेज़न के अधिकारियों पर कार्रवाई करें. उन्हें नोटिस जारी किए जाएं और अगर वो पेश नहीं होते हैं, तो पुलिस वाले तरीके से उन्हें लाया जाए. इसके साथ ही, मिश्रा ने ऑनलाइन बिक्री के संबंध में एक नीति बनाकर दिल्ली को भेजे जाने की बात भी कही.
Amazon पर पहले भी लग चुके हैं आरोप
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल ने एमेजन पर गांजा बेचने का पिछले दिनों आरोप लगाया था। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की तरफ से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार इसका खुलासा मध्यप्रदेश पुलिस ने किया था। उन्होंने केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की थी, उन्होंने आरोप लगाया था कि एमेजन के ई-कॉमर्स पोर्टल का इस्तेमाल ड्रग्स बेचने में हो रहा है।
Google ने किया था Apps को बैन
पिछले दिनों नियमों के उल्लंघन के मामले में गूगल ने कुछ ऐसे एप्लिकेशन को बैन किया था, जहां गांजा बेचा जा रहा था और गांजा मिलने के स्थान के बारे में जानकारी दी जा रही थी। गूगल ने दो ऐसे मोबाइल ऐप को अपने प्ले-स्टोर पर बैन किया था।
गूगल ने जिन ऐप पर बैन लगाया था उनमें Weedmaps Marijuana Cannabis and Weed Reviews और Eaze शामिल थे। गूगल की अपनी पॉलिसी के मुताबिक यदि कोई ऐप गांजा को ऑनलाइन ऑर्डर करने की सुविधा देता है तो गूगल उस पर प्रतिबंध लगा सकता है।
ठीक इसी तरह कोई ऐप गांजा की डिलीवरी करने में मदद करता है या फिर कहीं से गांजा लेने (बिक्री के लिए) का दावा करता है तो गूगल उसे बैन कर सकता है। ऐसा कोई ऐप जो टीएचसी (टेट्रा हाईड्रो कैनाबिनोल) युक्त प्रोडक्ट की बिक्री करता है। उसे प्रतिबंध कर सकता है।
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