देश भर में एक ओर जहाँ कोरोना का कहर जारी है वहीं दूसरी ओर एक ओर चिंता करने वाली बात सामने आ रही है. दिल्ली से सामने आ रही एक खबर ने परेशानी बढ़ा दी है. कोराना का संक्रमण अब गर्भवती महिलाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है. एक जानकारी के अनुसार पिछले 7 दिनों में लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में 30 गर्भवती महिलाएं कोरोना पॉजिटिव मिलीं. ये सभी महिलाएं डिलीवरी के लिए अस्पताल में आई थीं और जब इनका कोरोना टेस्ट किया गया तो वे पॉजिटिव पाई गईं. इनमें से किसी को भी कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे.
15 का चल रहा इलाज
आज तक की एक रिपोर्ट के अनुसार एलएनजेपी के डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि 30 में से 15 महिलाओं का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इनमें से दो महिलाओं में खून की कमी थी हालांकि कोई भी गंभीर तौर पर बीमार नहीं है. वहीं इन महिलाओं के बच्चे भी पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
वर्टिकल ट्रांसमिशन का खतरा कम
महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सालय की विशेषज्ञ डॉ दीपा जोशी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पीड़ित गर्भवती महिलाओं में फिलहाल वर्टिकल ट्रांसमिशन का खतरा नहीं देखा गया है. जिन महिलाओं को कोरोना है उनके नवजात को भी संक्रमण हो ऐसा देखने में नहीं आ रहा है. वहीं उन्होंने बताया कि कोरोना के लक्षण प्रेग्नेंसी के दौरान भी वही होते हैं जो आम लोगों में होते हैं. बुखार, सांस लेने में तकलीफ, स्वाद न आना, थकान लगना जैसे लक्षण यदि किसी गर्भवती को दिखते हैं तो उसे तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए.
ब्रेस्ट फीडिंग से खतरा नहीं
वहीं डॉ. जोशी ने बतया कि कोरोना संक्रमित महिलाएं अपने नवजात बच्चों को दूध पिला सकती हैं. ब्रेस्ट फीडिंग के जरिए संक्रमण नहीं फैलता है. उन्होंने बताया कि यदि मां की स्थिति काफी गंभीर है या फिर वो वेंटिलेटर पर है तो ऐसे में बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग नहीं करवा सकते हैं.
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