लंदन के रहने वाले 12 साल के लड़के ने प्रयोग के लिए चुंबक की 54 गोलियां (Magnet Balls) निगल ली, जिसके बाद उसके जान पर बन आई. डॉक्टरों ने 6 घंटे के ऑपरेशन के बाद पेट के चुंबक की गोलियां बाहर निकाली और उसकी जान बचाई.
क्यों निगली चुंबक की गोलियां
12 साल का राइली मॉरिसन ने एक प्रयोग के तौर पर ऐसा किया. वह जानना चाहता था कि चुंबक निगलने के बाद शरीर के अंदर चुंबकीय पावर आएगा या नहीं और उसके शरीर में कोई धातु चिपकता है या नहीं. वह यह भी जानना चाहता था कि टॉयलेट में वो गोलियां किस तरह निकलेंगी.
2 दिनों में निगली 54 गोलियां
राइली मॉरिसन ने पहली बार चुंबक की गोलियां 1 जनवरी को निगली. इसके बाद उसने फिर 4 जनवरी को कुछ गोलियां निगल लीं. हालांकि उसके अंदर कोई असर नहीं हुआ और चुंबकीय गुण नहीं आए.
असर नहीं होने पर मां को बताई कहानी
चुंबक की गोलियां (Magnet Balls) निगलने के बाद जब राइली मॉरिसन को कोई असर नहीं दिखा तो उसने इसकी जानकारी अपनी अपनी 30 वर्षीय मां पैगे वार्ड को दी. हालांकि उसने बताया कि सिर्फ 2 गोलियां निगली है.
मां तुरंत डॉक्टर के पास ले गई
जब राइली मॉरिसन ने गोलियां निगलने की बात अपनी मां को बताई तो वह तुरंत लेकर अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने एक्स-रे किया और रिपोर्ट से हैरान हो गए. क्योंकि उसके पेट में काफी ज्यादा गोलियां हैं. एक्स-रे में इस बात का भी पता चला कि चुंबक उसके पेट और आंतों में हैं.
6 घंटे के ऑपरेशन के बाद गोलियां निकलीं
एक्स-रे के बाद डॉक्टरों ने अंदाजा लगाया था कि 5-30 गोलिया होंगी, लेकिन सर्जरी में निकली गोलियों की संख्या देख सब चौंक गए. करीब 6 घंटे की सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने चुंबक की 54 गोलियां निकालीं और राइली मॉरिसन की जान बचाई.