नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड एक और मामले में सीबीआई कोर्ट की विशेष अदालत ने मुख्य अभियुक्त सुरेंद्र कोली को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई है. वहीं, दूसरे अभियुक्त मोनिंदर सिंह पंधेर को देह व्यापार के धंधे में दोषी पाए जाने पर 7 साल की सजा सुनाई गई है. दोनों अभियुक्त डासना जेल में पहले से ही कई मामलो में सजा काट रहे हैं. कोली को आईपीसी 364 के तहत आजीवन कारावास और आईपीसी 302 के तहत मौत की सजा सुनाई है. अदालत ने मनिंदर सिंह पंढेर को अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम की धारा 5 के तहत 7 साल कैद की सजा सुनाई गई है.
बहुचर्चित निठारी मामला 2006 में सामने आया था जहां पर आरोपी सुरेंद्र कोली नौकर बनकर गाजियाबाद में कोठी डी-5 में मोनिंदर सिंह पंढेर के कोठी में रह रहा था. वही पंढेर फैमली के पंजाब चले जानें के बाद दोनों कोठी में रह रहें थे. वही आपको बता दें की इस मामलें का खुलासा पायल नाम की लड़की के गायब होने के बाद हुआ था. नोएडा के निठारी गांव की कोठी नंबर डी-5 से जब नरकंकाल मिलने शुरू हुए, तो पूरे देश में सनसनी फैल गई थी. जांच के दौरान मानव हड्डियों के हिस्से और 40 ऐसे पैकेट सामने मिले थे, जिनमें मानव अंगों को भरकर नाले में फेंका गया था. और कोठी के पीछे नाले से बच्चों के अवशेष प्राप्त हुए थे.
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